बजट 2021 से अल्पसंख्यक वर्ग को गायब करना अफ़सोस नाक "सैयद शहज़ाद आबेदीन"
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"सैयद शहज़ाद आबेदीन" |
नालन्दा: मुस्लिम यूथ लीग के जेनरल सेक्रेटरी सैयद शहज़ाद आबेदीन ने एक बयान जारी कर कहा कि भारतीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा 2021-22का बजट जारी किया गया। इसके साथ ही किसान, मज़दूर, गरीब, अमान्य वर्ग सभी की उमिदें टूट गई। सरकार द्वारा इस बजट से अगर किसी को फायदा पहुंचाने की कोशिश की गई है तो पोजी पंती लोगों को। साथ ही साथ सरकार ने अल्पसंख्यक वर्ग को बजट 2021 से पूरी तरह से गायब करदिया है। जो अफसोस नाक है।
आगे शहज़ाद आबेदीन ने कहा के इस बजट से सभी लोगों को मायोसी ही मिली है। साथ ही सरकार ने शिक्षा को भी किसी तरह का फायदा नहीं दिया जो अफसोस नाक है।
आगे शाहज़ाद आबेदीन ने अपने बयान में कहा के इस बजट में जो सबसे हैरान करने वाली बात थी वो ये थी के अल्पसंख्यक वर्ग के दिल बहलाने के लिए भी वित मंत्री ने बात नहीं कि इससे भी हैरानी वाली बात ये है के नामु नमोद वाली सेकुलर पार्टियो को भी इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता किसी ने इसपे कोई बात भी नहीं कि। पिछले साल अल्पसंख्यक बजट 5029 करोड़ था जिसको बाद में सरकार ने 4005 करोड़ रुपए कर दिया था। और इस बार का अल्पसंख्यक बजट 4810.77 करोड़ है जो कि फिर भी पिछले साल से कम है।
साथ ही बजट में न तो इनकम टैक्स में कोई सहोल्यत दी गई है। और न ही शिक्षा बजट में कोई बढ़ोतरी की गई है। न ही GST के तालोक से कोई आसानी की गई है। और न ही किसानों को कोई आसानी दी गई है। बजट से सरकार की नकमी साफ झलकती है।
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