इस्लाम के नाम पर साजिश से बचने की जरूरत : उलेमा
आज दिन रविवार बाद नमाज़े ज़ोहर अस्थावां नालंदा बिहार के न्यू मुस्लिम मैरिज हॉल में इस्लाह-ए-मुआशरा कांफ्रेंस का आयोजन हुआ समाजमें फैल रही बेहयाई, बेपर्दगी और गलत धारणाएं काफी नुकसान पहुंचा रही हैं, जरूरत इस बात की है कि लोगों को जागरूक किया जाए। लोगों को कुरान सुन्नत की सही जानकारी दी जाए, ताकि मुसलमानों में अच्छे आचरण को सामने लाया जा सके। वहीं, इस्लाम की वास्तविक तस्वीर पैैगाम दुनिया के सामने आए। यह बातें हजरत मौलाना काजी मंसूर आलम कासमी काजी ने कहीं। इस्लाह-ए-मुआशरा (सामाजिक सुधार) कॉन्फ्रेंस अायोजित कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस जमाने में हजरत ईसा और हजरत मेहंदी के बारे में लोगों की अकीदा यानी आस्था को खराब किया जा रहा है, जो कादियानियत की तहरीक है। इस बाबत जरूरी है कि लोगों को अकीदे के मुताबिक सही जानकारी दी जाए।
वहीं अस्थावां जामा मस्जिद के इमाम ,मौलाना असजद लतीफी , हज़रत ने कहा कि विश्व में आईएस के नाम पर जो दहशतगर्दी हो रही है, इसका इस्लाम से कोई लेना देना नहीं है। यह इस्राइली खुफिया एजेंसी माेसाद और अमेरिका द्वारा खड़ा किया गया संगठन है। ऐसे तत्वों और इस्लाम के नाम पर हाे रही साजिश गुमराहकुन बातों से लोगों काे खासकर युवा वर्ग को सचेत रहना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता मौलाना हशमत अली
ने की। संचालन अस्थांवा के नौजवानों ने की। प्रोग्राम का आगाज
इस्लामी छात्र अल्मिनार दीनियात दीनियात सेंटर के छात्र ने की इसके बाद आर्मी नार्निया सेंटर के तालुका ने नात रसूल और हम देश की इसके बाद मुलाना हैदर रिजवी अपने तकरीर में मुंह अल्सर के प्रकार बनाएं बच्चों की तबीयत पर जोर दिया उन्होंने बताया कि बच्चों की तबीयत का ख्याल होता है इसके बाद
मौलाना असजद लतीफी
ने कुरान पाठ से किया। इस अवसर पर हज़रत मौलाना इकबाल हैदर साहेब,
आदि उपस्थित थे।
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